राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समाजसेविका डॉ गीता शुक्ला जी को किया सम्मानित - State Media

Wednesday, February 15, 2023

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समाजसेविका डॉ गीता शुक्ला जी को किया सम्मानित

 

महिला-शक्ति ने मूल्यों और नैतिकता को स्वरुप देने में समाज में समाजसेविका डॉ गीता शुक्ला जी (मदर टरेसा) अहम भूमिका निभा रहीं है 




चंदौली । स्टेट मीडिया ।महिला-शक्ति ने भारतीय समाज में मूल्यों और नैतिकता को स्वरुप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में महिलाओं को यथोचित सम्मान और स्थान दिया गया है। आज का आदमी धन, शक्ति, प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा के पीछे भाग रहा है। आर्थिक रूप से मजबूत होने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन केवल पैसे के लिए जीने से, ऐसा जीवन व्यर्थ हो जाता है। देश में असंख्य महिलाएं है जो बिना किसी डिग्री  के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दे रही हैं। अनेक क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है।

विगत दिनों राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वारणसी में बाबा विश्वनाथ धाम दर्शन के पश्चात एक विशेष कार्यक्रम में जनपद चंदौली अंतर्गत चकिया क्षेत्र तीन लोग जिसमें समाजसेविका डॉ गीता शुक्ला (मदर टरेसा)  , वृक्ष बंधू परशुराम सिंह व आशुतोष सिंह को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया । 


डॉ गीता शुक्ला जी ने स्टेट मीडिया ब्यूरो से वार्ता के दौरान  बाबा विश्वनाथ जी जयकारा लगाते हुए कहा कि समाज में महिला सशक्तीकरण के लिए जहां सरकार अपना दायित्व निभा रही है, वहीं प्रत्येक व्यक्ति को नारी शक्ति का सम्मान करते हुए उनकी कार्यशैली से प्रेरणा लेनी चाहिए। आज विश्व स्तर पर भारत संस्कारों के बल पर अपना प्रभुत्व कायम कर रहा है। 


उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक चिंतन के साथ सामाजिक विकास की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मूल्य आधारित समाज की संरचना की जा रही है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। चाहे विज्ञान, कला, शिक्षा, इंजीनियरिंग या राजनीतिक क्षेत्र की बात क्यों न हो, महिलाओं ने हर स्तर पर अपनी कामयाबी के झंडे बुलंद किए हैं। बच्चों के लिए मां पहली गुरु व शिक्षक होती है, जो उन्हें संस्कारवान बनाती है। इसी प्रकार हमने धरती को भी माता का दर्जा दिया है, लेकिन आधुनिक युग में पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, जिसके लिए सभी को सजग होने की जरूरत है। इस पहल में महिलाएं अहम भूमिका निभा सकती हैं।  महिलाओं से ही एक परिवार आदर्श परिवार बनता है और आदर्श परिवार से ही एक आदर्श समा‌ज का निर्माण होता है। इसलिए महिलाएं ही समाज में बदलाव ला सकती हैं।

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